भारत देश में मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 10 सितंबर 2020 में मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत की थी| हमारे देश में कृषि और इससे जुड़े हुए काफी सारे क्षेत्रों का बहुत बड़ा योगदान है| इस योजना के माध्यम से किसान मछुआरों की आय को दोगुना करना और उनकी आय में सुधार करना है| देश में मछली उत्पाद के या आयात निर्यात को बढ़ाने के लिए है योजना बहुत लाभकारी साबित होगी| इसलिए प्रधानमंत्री मुदस्सिर संपदा योजना 2023 सभी जो जानकारी हम आपको विस्तार से देंगे|
प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना क्या है, पंजीकरण कैसे करें, कब शुरू की गई, आधिकारिक वेबसाइट क्या है, हेल्पलाइन नंबर क्या है, इसके लाभ और विशेषताएं, इसका फायदा कौन ले सकता है, और विवरण|
योजना का नाम | प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना |
शुरू की गई | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा |
कब शुरू की गई | 10 सितंबर 2020 में |
उद्देश्य | किसान मछुआरों की आय में सुधार करना |
श्रेणी | सरकारी योजना |
पंजीकरण माध्यम | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://pmmsy.dof.gov.in/ |
प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना क्या है?
इस योजना की शुरुआत 10 सितंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीने की थी| बिहार के मुख्यमंत्री की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना को लाया गया था| अगर इसका मकसद की बात करें तो पूर्ण रूप से किसानों के लिए यह योजना लाभकारी है जो किसान मछुआरे की आय को दुगनी करेगी| इस योजना के माध्यम से 25 मिनट बायो फ्लॉक बनवाए जाएंगे और तीन लघु री सर्कुलेटरी सिस्टम भी लगवाए जाएंगे ताकि मछली पलकों की आमदनी दुगनी हो सके| जो भी किसान मछली पालता है उनमें 10 लाभार्थियों को साइकिल और आइसबॉक्स के लिए ₹10000 प्रदान किए जाएंगे ताकि वह मछलियां आइस बॉक्स में रखकर गांव-गांव में बेच सकें|
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Matsya Sampada Yojna Benefits:-
इस योजना के लाभ इस प्रकार है:-
- इस योजना के माध्यम से मछली पालने के स्तर में बढ़ावा देना है|
- योजना का मुख्य लाभ मछुआरों को मिलेगा|
- बागवानी वस्तुओं की विशाल बर्बादी कम होगी|
- किसानों की आय में दोगुनी बढ़ोतरी होगी|
- 2024 तक मछली उत्पादन को 137.58 लाख मैट्रिक टन से बढ़ाकर 220 लाख मैट्रिक टन करने में मदद करेगा|
- यह योजना वर्तमान राष्ट्रीय औसत 3 टन से लगभग 5 टन प्रति हेक्टेयर उत्पाद में सुधार करेगी|
- घरेलू मछलियों की बचत को 5 से 6 किलोग्राम से लगभग 12 किलोग्राम प्रति व्यक्ति का निमृत होगा|
मत्स्य संपदा योजना के लाभार्थी:-
- मछुआरे
- मछली पालने वाले किसान
- खरीद-फरोख्त करने वाले
- मत्स्य से विकास निगम
- केंद्र सरकार और इकाइयां
- मनुष्य फुल सॉन्ग
- मछली किसान उत्पादक संगठन
- राज्य पशुपालन विकास बोर्ड
मत्स्य संपदा का उद्देश्य क्या है?
इस योजना के उद्देश्य की बात करें तो जो किसान मछली पालते हैं उनकी आय मे दुगनी बढ़ोतरी करना है| मछलियों के रिटेल आउटलेट की वर्तमान रूपरेखा तैयार की जाए ताकि इसमें बढ़ोतरी हो और राष्ट्रीय में मछलियों को किस-किस जगह पर खाया जा रहा है इसकी जानकारी प्राप्त हो| इस योजना के माध्यम से जो किसान मछलियां पालते हैं उनको बहुत सारी जानकारी भी प्राप्त की जाएगी|
इस योजना के तहत सरकार का बजट 1681 करोड़ निर्धारित किया गया है| जल्द ही इसे स्थाई तौर पर वितरित भी किया जाएगा| सरकार का लक्ष्य 7000000 टन की वृद्धि 2025 तक करने का है|
मत्स्य संपदा योजना में आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले आपको मदद से संपदा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
- होम पेज पर आपको आवेदन करने का लिंक दिखेगा|
- उस पर क्लिक करते ही आवेदन फार्म खुल जाएगा|
- वहां पर आपको अपने बेसिक जानकारी भरनी होगी|
- और जो भी दस्तावेज मांगे गए हैं अटैच करने होंगे|
- उसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें|
- इन स्टेप्स को फॉलो करके आप अपना पंजीकरण कर सकते हैं|
FAQ:-
जय योजना मछली पालने वाले यकृत उपरोक्त करने वाले किसान के लिए लाभकारी है?
यह अधिकारिक वेबसाइट https://pmmsy.dof.gov.in/है|
यह योजना 10 सितंबर 2020 को शुरू की गई|
सरकार के द्वारा अगले 5 वर्षो की अवधि के लिए (2020-21 से वित्त वर्ष 2024-25) आय में वृद्धि करने का लक्ष्य रखा गया है।
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